Assembly Election 2022 : उम्‍मीदवारों को ऑनलाइन नामांकन की सुविधा

Assembly Election 2022 : उम्‍मीदवारों को ऑनलाइन नामांकन की सुविधा


Election Commission of India ने पांच राज्‍यों - उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्‍तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा के लिए चुनाव को स्‍वतंत्र, निष्‍पक्ष तथा पारदर्शी बनाने और इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है। आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले दर्ज करने के लिए लोगों से सी-विजिल ऐप का उपयोग करने को कहा है। इस एप को मोबाइल पर आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। शिकायतकर्ता को केवल इस ऐप पर किसी भी उम्‍मीदवार अथवा पार्टी के आदर्श आचार संहिता और चुनाव खर्च संबंधी नियमों के उल्‍लंघन से जुड़ी फोटो या वीडियो अपलोड करनी होगी। इस शिकायत पर संबद्ध अधिकारियों को 100 मिनट के भीतर कार्रवाई करनी होगी।


सैन्‍यकर्मियों को इलेक्‍ट्रॉनिक माध्‍यम से डाक मतपत्र भेजे जाएंगे। मतदान के बाद वे इसे स्‍पीड पोस्‍ट के माध्‍यम से वापस भेज सकेंगे।

निर्वाचन आयोग ने एक और ऐप सुविधा पोर्टल के नाम से शुरू किया है, जिसमें उम्‍मीदवार और राजनीतिक दल दस्‍तावेजों को अपलोड करके ऑनलाइन नामांकन भर सकेंगे। उम्मीदवार suvidha.eci.gov.in पर अपना अकाउंट बनाकर नामांकन फॉर्म और जमानत राशि सहित अन्य दस्तावेज जमा करा सकते हैं।


ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से नामांकन भरने के बाद उम्मीदवार को इसके प्रिंटआउट को नोटरी से स्‍त्‍यापित करा कर संबंधित दस्तावेजों के साथ अपने आवेदन को जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से जमा कराना होगा। ऑनलाइन नामांकन सुविधा एक वैकल्पिक सुविधा है। नामांकन ऑफलाइन भी भरा जा सकता है।


कोई भी उम्मीदवार, राजनीतिक दल या उनके प्रतिनिधि सुविधा पोर्टल के माध्यम से बैठकों, रैलियों, लाउडस्पीकरों, अस्थायी कार्यालयों और अन्य गतिविधियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करा सकते हैं। उम्मीदवार उसी पोर्टल के माध्यम से अपने आवेदन की स्थिति का भी पता कर सकते हैं। आयोग ने कोविड को देखते हुए निर्देश दिया है कि सभाओं और रैलियों के लिए सार्वजनिक स्‍थलों के आवंटन के लिए सुविधा ऐप का उपयोग करने पर जोर दिया है।


आयोग ने कैंडिडेट एफिडेविट पोर्टल नाम से एक और पोर्टल बनाया है, जिस पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की सूची, उनके शपथ पत्र, प्रोफाइल, नामांकन की स्थिति और शपथपत्र सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रहेंगे।


दिव्‍यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए भी एक ऐप विकसित की गई है, जिसके जरिये दिव्‍यांग मतदाता अपने पंजीकरण, निवास स्थान और मतदाता सूची में किसी भी परिवर्तन तथा व्हिलचेयर की सुविधा उपलब्‍ध कराने का अनुरोध कर सकता है। मोबाइल फोन में उपलब्‍ध फीचर्स के माध्यम से दृष्टिबाधित और मूक-बधिर मतदाता इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।


वोटर टर्नाआउट ऐप में जिला निर्वाचन अधिकारी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत प्रदर्शित करेंगे। मीडियाकर्मी इस ऐप का इस्‍तेमाल मतदान प्रतिशत के आंकडे जानने के लिए कर सकते हैं। चुनाव के सभी चरणों के वास्तविक समय को इस ऐप के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।


एनकोर काउंटिंग एप्लिकेशन जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा वोटों का डिजिटिकरण करने, चरणबद्ध आंकडों को सारणीबद्ध करने और मतगणना की विभिन्न वैधानिक रिपोर्ट निकालने के लिए किया जाएगा।


इसी तरह, आम लोगों की सूचना के लिए मतगणना के रुझान और परिणाम के प्रामाणिक आंकडे की जानकारी को संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी निर्वाचन आयोग की वेबसाइट - results.eci.gov.in पर अपलोड करेंगे।


इसके अतिरिक्‍त उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि सहित आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी मतदाताओं के लिए KNOW YOUR CANDIDATE (नो योर कैंडिडेट) ऐप भी उपलब्ध रहेगी।


निर्वाचन आयोग ने एक व्यापक राष्ट्रीय शिकायत सेवा पोर्टल (एनजीएसपी) विकसित किया है। यह एकल खिड़की प्रणाली के रूप में काम करेगा और लोग सीधे इस पोर्टल में सूचना, प्रतिक्रिया, सुझाव और शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। चूंकि सभी निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और चुनाव आयोग के अधिकारी इस प्रणाली से जुड़े हैं इसलिए पंजीकरण के बाद शिकायतें या मुद्दे सीधे संबंधित शिकायतकर्ता को भेजे जाते हैं। मतदाता इस पोर्टल से ऑनलाइन लिंक 

eci-citizenservices.eci.nic.in से अपने को जोड़ सकते हैं।

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