श्रीराम सेन सिलवानी
आज शाम को सूर्य पुत्री मुलताई नगरी में 24 शहीद किसानों को लेकर प्रतिवर्ष पुण्यतिथि मनाई जाती है और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिसमें पूरे हिंदुस्तान के लोग पहुंचते हैं यहां प्रतिवर्ष शहीदों का मेला लगता है मुलताई की पावन धरती पर बाहर से लोग आते हैं और मुलताई के लोग अभिवादन के लिए आतुर रहते हैं।
शहर के बीचोबीच से मशाल जुलूस निकाला गया जिसमें महिलाएं बच्चे और पुरुषों का झुंड के झुंड जगह-जगह अभिवादन के लिए तैयार थे मुलताई की धरती से 24 साल पहले किसान आंदोलन शुरू हुआ और उसकी चिंगारी पूरे देश में सुलगने लगी आग सुलगती सुलगते शोला बनकर सामने आ गई और दिल्ली कि सरकार को हिलाने का काम किया किसानों का आंदोलन हिंदुस्तान तक सीमित नहीं रहा पूरी दुनिया के अंदर किसान आंदोलन चला और 715 लोग शहीद हुए इस तरह से आज तक संघर्ष की लड़ाई में एक लाख से ऊपर लोग शहीद हो चुके हैं उसी तारतम्य में आज मुलताई में मशाल जुलूस निकाला गया।
जिस का संचालन डॉ सुनीलम स्वयं कर रहे थे वहां पर आज शाम को पहुंचे किसान नेता दिल्ली, ग्वालियर ,इंदौर, मंदसौर, सागर, रायसेन ,छिंदवाड़ा तमाम जगह के लोग मौजूद थे।
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