वैसे तो हमारे यहां अनेक दिवस मनाये जाते हैं, साल में जितने दिन नहीं होते उससे ज्यादा दिवस, जयंती आदि मनाई जाती हैं। अब 16 जनवरी की तारीख भी अपनी डायरी में नोट कर लीजिये। अब हर साल 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस मनाया जायेगा। 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस मनाये जाने की घोषणा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है। प्रधानमंत्री आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से स्टार्टअप उद्यमियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर साल 16 जनवरी को स्टार्टअप दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि नया वर्ष देश में स्टार्टअप उद्यमियों के लिए कई संभावनाएं लेकर आया है। उन्होंने कहा कि देश आजादी की 75वीं वर्षगाठ मना रहा है। जब आजादी के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे, देश की प्रगति में स्टार्टअप की भूमिका बहुत अहम होगी।
देश की प्रगति में स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप सारी तस्वीर बदल रहे हैं। ये देश की रीढ बनने
जा रहे हैं। देश के स्टार्टअप का स्वर्णिम युग अब शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा
कि यह दशक
भारत का टेकेड होगा। सरकार देशभर में नवाचार, उद्यमिता
और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्रोन से जुड़े नियम हो या अंतरिक्ष
से संबंधित नीति, नवाचार के
लिए युवाओं को हरसंभव अवसर देना सरकार की प्राथमिकता होगी।
उन्होंने मौजदा दशक को नवाचार और नई सोच का युग बताते हुए
कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था से लेकर उद्योग तक हमारी जरूरतें और क्षमताएं
असीमित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भविष्य की
प्रौद्योगिकी के विकास और अनुसंधान पर निवेश करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने
कहा कि युवाओं को कम उम्र से
ही नवाचार के लिए तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवाचार को बढ़ावा देने
के लिए देशभर में नौ हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं बनाई गई है।
प्रधानमंत्री ने देश के
द्वारा-देश के लिए नवाचार का मंत्र देते हुए कहा कि भारत
के र्स्टाटअप आसानी से खुद को दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने देश के
सभी स्टार्टअप को बधाई देते हुए कहा कि यह दुनिया में भारत का परचम लहरा रहे हैं।
वैश्विक इनोवेशन इंडेक्स में भारत की स्थिति सुधरी है और वह 46वें स्थान पहुंच गया है। प्रधानमंत्री ने कहा
कि पिछले साल देश में 42 यूनिकॉर्न बने। देश 100 यूनिकॉर्न की दिशा में तेजी से आगे बढ़
रहा है। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपये वाली ये कंपनियां स्वावलंबी और आत्मनिर्भर
भारत का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में बने कई
स्टार्टअप्स में लाखों की संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने बौद्धिक संपदा अधिकार के
लिए पंजीकरण से संबंधित नियमों को सरल बनाया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल 16 हजार कॉपीराइट दिए गए थे जो वर्ष 2013-14 में चार हजार थे। उन्होंने कहा कि
पिछले वर्ष 28 हजार से अधिक पेटेंट दिए गए हैं, जो वर्ष 2013-14 में केवल
चार हजार थे। पिछले एक साल में 2.5 लाख से
अधिक ट्रेडमार्क पंजीकृत किए गए हैं।
संवाद के अवसर पर कई केन्द्रीय मंत्री भी उपस्थित थे।
संवाद में कृषि, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, उद्योग, सुरक्षा और पर्यावरण आदि क्षेत्रों से जुडे
स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया। 150 से अधिक
स्टार्टअप को विभिन्न विषयों के आधार पर छह कार्य समूहों में विभाजित किया गया
था।
इस संवाद का उद्देश्य यह पता लगाना है कि स्टार्टअप नवाचार
के माध्यम से देश की जरूरतों को पूरा करने में कैसे योगदान दे सकते हैं।
यह कार्यक्रम वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और
आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में
आयोजित किया गया था। यह स्टार्टअप
इंडिया पहल के शुभारंभ की छठी वर्षगांठ का भी प्रतीक बना।
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